हनुमान टिब्बा (5982 मीटर) धुंधी से, पतालसु चोटी से, भृगु झील से, मढ़ी और गुलाबा से यह पहाड़ अचल खड़ा दिखाई देता है। हर रोज सूरज अपनी सुनहरी चादर इसे पहना जाता है, और निशा असंख्य तारों को इसके आँगना में बिखेर जाती है ।
एक बार इसे फ़्रेंडशिप पीक टॉप से देखा था, तब यह इन्द्रासन और घेपण पर्वत से बात करता प्रतीत हुआ । . माई पर्सनल फेवरेट अर्नब निग्गा के जाने के बाद कंटेंट लिखना मुश्किल होता जा रहा, लग रहा जल्द ही पंजाब केसरी दुबारा लगवाना पड़ेगा । . अच्छा दूसरी फोटो हनुमान टिब्बा गिलेशियर का है, देखने मे ये भी बेरहम लगता है खुम्बू कि तरह।
Post a Comment