बर्फ को देखते ही इंसान ऐसे टूट पड़ता है जैसे शाहीन बाग में बिरयानी, पिछले जन्म से मैं बर्फ के फोटो देखता आ रहा हूँ और इस जन्म में बर्फ में लौटने-खेलने का मौका मिला। तो जन्मों के तप से यह जाना है कि "बर्फ जब कच्छे में घुस जाए तब दुनिया का आकार बहुत छोटा हो जाता है"। पहले फोटो में जम्प आ गया है अगले फोटो में बन्दा मुंह के बल लुढ़कता हुआ पांचवें आयाम में सशरीर प्रवेश कर गया है।
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