मनाली-लेह साइकिलिंग ड्राई-फ्रूट्स खाते हुए तीनों इंग्लिश में बातें करते हैं, मुझे कुछ समझ नहीं आया फिर भी मैंने मन-ही-मन यह मान लिया कि ये लोग कहना चाहते हैं कि “क्या पास से पहले ही ये मर जायेगा?” । . ऊपर से थोड़ी ही देर में बर्फ़बारी भी शुरू हो जाती है, पहाड़ मानो बोल रहे हों “तुझे तो लेकर ही जायेंगे” । . मेरे को तो हर ट्रेक पे मरने की फिलिंग आती है, क्या आपको भी पहाड़ों में ये फिलिंग आयी है कभी?।
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Rohit kalyana
दिमाग में एक बबाल घूमता है जिसे लेकर मैं यहाँ से वहाँ टहलता रहता हूँ । इस ब्लॉग में उसी बबाल को लिखने और दिखाने का प्रयास किया है, यहाँ आप बहुत ज्यादा बकवास कंटेंट पढ़ोगे और शानदार फोटोग्राफी देखोगे । दर्शकों से अपील रहेगी कि अपनी प्रतिक्रिया गाली के रूप में या गो टू हेल बोलके कमेन्ट सेक्शन में जरुर दर्ज़ कराएँ ।
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