Thursday, November 24, 2022

सर पास 4220 मीटर

ये नवीन है और सर पास टॉप पर टॉप से बॉटम भीगा हुआ है। कमसिन उम्र में जिन्होंने उसके कंधों पर वजन डाला है ऊपर वाला उन्हें अगले जन्म में खोता बनाएगा पक्का, वजन इतना था कि हमारी हिनहिनाहट बारिश के शौर में बह गई। स्वच्छ भारत आंदोलन की तूती इस पास हर बोलती नजर आयी, पास पर न झंडी थी, न मूर्ति, न कोई त्रिशूल, और न ही कैर्न। नोट: ओवरलोडिंग व एनिमल राइट्स की पर्चियां पहले ही काटी जा चुकी हैं।



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