ये नवीन है और सर पास टॉप पर टॉप से बॉटम भीगा हुआ है। कमसिन उम्र में जिन्होंने उसके कंधों पर वजन डाला है ऊपर वाला उन्हें अगले जन्म में खोता बनाएगा पक्का, वजन इतना था कि हमारी हिनहिनाहट बारिश के शौर में बह गई। स्वच्छ भारत आंदोलन की तूती इस पास हर बोलती नजर आयी, पास पर न झंडी थी, न मूर्ति, न कोई त्रिशूल, और न ही कैर्न। नोट: ओवरलोडिंग व एनिमल राइट्स की पर्चियां पहले ही काटी जा चुकी हैं।
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Rohit kalyana
दिमाग में एक बबाल घूमता है जिसे लेकर मैं यहाँ से वहाँ टहलता रहता हूँ । इस ब्लॉग में उसी बबाल को लिखने और दिखाने का प्रयास किया है, यहाँ आप बहुत ज्यादा बकवास कंटेंट पढ़ोगे और शानदार फोटोग्राफी देखोगे । दर्शकों से अपील रहेगी कि अपनी प्रतिक्रिया गाली के रूप में या गो टू हेल बोलके कमेन्ट सेक्शन में जरुर दर्ज़ कराएँ ।
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