लाहौल घाटी की सीमाओं को चूमती यह पवित्र झील भागा नदी की जननी भी है। 10 बार इसके दर्शन करने के बाद भी ये हर बार नई जैसी दिखाई देती है और हर बार वापस आ जाता हूँ इसके पानी को छूने की आस दिल में वापस लिए। एक बार हमने बारालाचा से चन्द्रताल ट्रेकिंग भी करी थी जिसमें हम दो साथी चंद्रा नदी में बहते-बहते बचे थे।
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