तीन के से दो बार दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यात्रा हर साल मानसून में खुलती है, रास्ता दुर्गम और बहुत लंबा है। अब तो सोशल मीडिया के आने से इस स्थान की प्रसिद्धि और बढ़ गयी है, पहले-पहल स्थानीय ही जाते थे लेकिन अब पेन इंडिया लेवल से श्रद्धालु दर्शन करने जा रहे। क्या आप इस साल प्लान कर रहे?।
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Rohit kalyana
दिमाग में एक बबाल घूमता है जिसे लेकर मैं यहाँ से वहाँ टहलता रहता हूँ । इस ब्लॉग में उसी बबाल को लिखने और दिखाने का प्रयास किया है, यहाँ आप बहुत ज्यादा बकवास कंटेंट पढ़ोगे और शानदार फोटोग्राफी देखोगे । दर्शकों से अपील रहेगी कि अपनी प्रतिक्रिया गाली के रूप में या गो टू हेल बोलके कमेन्ट सेक्शन में जरुर दर्ज़ कराएँ ।
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