Thursday, November 24, 2022

त्रिशूल पीक (7120 मीटर)

ये मोबाइल से खींचा है, सूरज ढल रहा था और नज़ारा कतई जादुई मानो देवता शिव को फूल अर्पित कर रहे हों और वो फूल सीधा ही त्रिशूल पीक पे बरस गए। . बर्फ से ढके पहाड़ का सौंदर्य इतना अद्भुत भी हो सकता है ये तब तक देखना सम्भव नहीं जब तक सूरज की किरणें उस पर न पड़े।  बस टेंट में पड़े-पड़े इस नज़ारे को देखता गया और कब आसमान असंख्य तारों का घर हो गया ख्याल ही नहीं आया। . एक जादुई बात ये भी है कि मैंने त्रिशूल के माथे से चाँद को निकलते देखा है।



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