देवप्रयाग मैं शिवपुरी से कैमरे को गले मे डालके टूरिस्ट टाइप बैठा था कि देवप्रयाग का आइकोनिक पिक लूंगा लेकिन जैसे ही वो स्पॉट आया...गाड़ी सीधे नौवें गियर में चली गयी और नजारा माइक्रोसैकेण्डस में सट्ट से गायब हो गया। . मेरे साथ बैठे अंकल का चेहरा देखकर मुझे लगा कि वो कहना चाहते थे "गया, खत्म, फिनिश"। .
यह देवप्रयाग है...भागीरथी (नीली) और अलकनंदा (मटमैली) का अलौकिक संगम। शुक्र हो चार धाम सड़क चौड़ीकरण परियोजना का जहाँ सूमो को रुकना पड़ा और हमने लपककर ये फोटो खींच लिया।
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